सोहम बानी
Thursday, July 16, 2020
हम
छत मिले न मिले
आकाश हमारे सपनों में जिंदा रहेगा,
तुम अपने नाम के झंडे फहराओं
हम चिड़ियों के पंख को
फहरता देखते रहेंगे,
तुम निकालते रहना फोड़ कर हमारे छत्ते
हम शहद सा जीवन के पेड़ में
इकट्ठे होते रहेंगे।
(अप्रमेय)
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