थोडा सड़क से ऊचा
सरकार ने बना रखा है फुटपाथ
वहां आप खड़े हो सकतें है
और नजरे दौड़ा कर
देख सकते है
आदमी ने कैसे बना रखा है
फुटपाथ के उपर घर ,
अक्सर वहां आप को
बिना बिस्तरे की खटिया
पड़ी मिल सकती है
वहां आप बैठ जाये
उस घर के अन्दर
चीजो को देख
आप महसूस कर सकते हैं
महज कोठिया ही घर नहीं
दरअसल, सलीके से
रखा गया सामन
कहीं किनारे धुल कर
रखी गयी सब्जियां
बच्चो से छुपा कर थोड़ा
उनके पहुँच से ऊचा
रखा गया नमकीन-बिस्कुट
ही घर है,
आप देख सकतें है
उनके प्लास्टिक या चादर की सी
दीवार पर
लुढ़के भगवान्
मंदिर दूर हो
और अगर आप चाहे
तो लटके भगवान् को वही प्रणाम कर
ले सकते है आशीर्वाद
और मेरा दावा है
यदि आप दिखने में थोडा
सभ्य लग रहे हो
तथा इतनी देर तक
खड़े रह चुके हो
तो निशित ही वहां
आप को मिल सकती है
आप के घर जैसी चाय
(अप्रमेय )
सरकार ने बना रखा है फुटपाथ
वहां आप खड़े हो सकतें है
और नजरे दौड़ा कर
देख सकते है
आदमी ने कैसे बना रखा है
फुटपाथ के उपर घर ,
अक्सर वहां आप को
बिना बिस्तरे की खटिया
पड़ी मिल सकती है
वहां आप बैठ जाये
उस घर के अन्दर
चीजो को देख
आप महसूस कर सकते हैं
महज कोठिया ही घर नहीं
दरअसल, सलीके से
रखा गया सामन
कहीं किनारे धुल कर
रखी गयी सब्जियां
बच्चो से छुपा कर थोड़ा
उनके पहुँच से ऊचा
रखा गया नमकीन-बिस्कुट
ही घर है,
आप देख सकतें है
उनके प्लास्टिक या चादर की सी
दीवार पर
लुढ़के भगवान्
मंदिर दूर हो
और अगर आप चाहे
तो लटके भगवान् को वही प्रणाम कर
ले सकते है आशीर्वाद
और मेरा दावा है
यदि आप दिखने में थोडा
सभ्य लग रहे हो
तथा इतनी देर तक
खड़े रह चुके हो
तो निशित ही वहां
आप को मिल सकती है
आप के घर जैसी चाय
(अप्रमेय )
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