सोहम बानी
Tuesday, October 24, 2017
निकम्मा
मेरी ख्वाहिशों ने मुझे आज यहाँ पहुँचाया
के लोग निकम्मों में मेरा नाम लिया करते हैं ।
(अप्रमेय )
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