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Wednesday, February 26, 2014

हे भोले

हे भोले 
प्रार्थना का यह मेरा फूल 
स्वीकार करो 
इस धूप-बाती के साथ 
मेरे सारे अपराध 
माफ़ करो ,
शब्द,पाठ ,पद,गान 
मुझे नहीं मालूम 
मेरे अज्ञान के इस मंत्र को 
अंगीकार करो ,
हे भोले 
प्रार्थना का यह मेरा फूल 
स्वीकार करो,
दिन,दुपहर ,शाम ,रात
जो भटक चुका 
उसे याद करो 
अपने इस पागल बालक के 
सत्य पथ का 
निर्माण करो
हे भोले  
प्रार्थना का यह मेरा फूल 
स्वीकार करो 
सत्य,असत्य,धर्म,दर्शन 
जिन्हे चाहिए उन्हें दे दो 
मेरे करुण रुदन पर 
जरा ध्यान धरो 
गोदी में ले लो प्यार करो 
हे भोले 
प्रार्थना का यह मेरा फूल 
स्वीकार करो। 
(अप्रमेय )

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